संदेश

चाहत वो नहीं जो जान देती है

उसको फुरसत नहीं है दुनिया से

वो बैगानो में अपने

नज़र चाहती है दीदार करना

बड़ी अजीब सी बंदिश है उसकी मोहब्बत

हम बने ही थे तबाह होने के लिए

दिल-ए-गुमराह को काश ये मालूम होता

मेरी आँखों में आसूं

ऐसा नही की आप हमें याद नही आते

सिर्फ एक ही तमन्ना रखते हैं

तूने फेसले ही फासले बढाने वाले किये

वो बदलती रहती है अपने ठिकाने

तुम्हारे हँसने की वजह बनना

जब भी तन्हाई से घबरा कर

तन्हाइयों में मुस्कुराना इश्क़ है

फकीर हूँ सिर्फ तुम्हारे दिल का

एक खेल रत्न उसको भी दे दो

खेल ताश का हो या ज़िन्दगी का

आजकल के इंसान दिल से

माना के हम जैसे हजारों होंगे

मैं तो बस उस दिन के इंतजार में हूँ

किसी का अगर दिल साफ ना हो

बहुत स्ट्रोंग होते है वो लोग

जिंदगी में प्यार का पौधा लगाने से

धोखों से मत डरिये

बहुत करीब आकर

खुश तो वो रहते है जो

जरा सा बात पर ना छोडना

खामोशी को पढना और ईशारो को

वफा का रंग जो गहरा दिखाई देता है

धुंआ दर्द बयां करता है

गलतफहमी का एक पल इतना

जिन्दगी तुझसे हर एक साँस पे

नजर से नजर मिला के तुम

संगमरमर के महल में तेरी तस्वीर